अलीगढ़ । अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए ) की योजना 2031 का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। सर्वे का काम लगभग पूरा हो गया है। उद्यमी व व्यापारियों के भी सुझाव लिए जा चुके हैं। ड्रोन से भी सर्वे का काम हो गया है। सूत्रों की मानें तो इस बार की महायोजना में सबसे अधिक फोकस रिहायशी व औद्योगिक क्षेत्रों में किया गया है। दोनों का दायरा बढ़ाया गया है। हालांकि, इसको लेकर मार्च तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
सर्वे हुआ पूरा
शहर में सुनियोजित विकास की जिम्मेदारी एडीए की होती है। लोगों की जरूरतें पूरी करने को महायोजना लागू होती है। इसमें प्राधिकरण के सभी क्षेत्रों में निर्माण का दायरा तय होता है। बढ़ती आबादी के साथ इसमें संशोधन होता रहता है। अभी तक 2001 से महायोजना 2021 लागू है। अब इसका समय पूरा हो रहा है। ऐसे में पहली बार 10 साल के लिए महायोजना लागू कर रही है। शासन से इस महायोजना को बनाने की जिम्मेदारी आगरा अलीगढ़ मंडल के टाउन प्लानर अशोक कुमार को दी है। वह आल इंडिया लोकल सेल्फ गर्वमेंट नाम की एनजीओ से इसे तैयार करा रहे है। शहर में सर्वे का काम पूरा हो चुका है। इसमें सभी मकान, दुकान, भवन, होटल समेत अन्य भवन का सर्वे हुआ है। ड्रोन से भी सर्वे किया गया है। अब शहर के सभी वर्गों के साथ बैठकें चल रही हैं। इसमें लोगों की राय मांगी जा रही है। ऐसे में जल्द ही मास्टर प्लान को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
बढ़ेगा शहर का दायरा
अब तक प्राधिकरण क्षेत्र में 6128 हेक्टेयर भूमि आवासीय थी। अब 1567 हेक्टेयर बढऩे से इसका दायरा 7695 हेक्टेयर होगा। वैसे तो शहर के चारों कोनों पर आवासीय क्षेत्र बढ़ेगा, लेकिन सबसे अधिक अलीगढ़ से हरदुआगंज के बीच में हैं। अब तक रामघाट रोड पर यह क्षेत्र कृषि के लिए प्रस्तावित था। अब आवासीय होगा।
मास्टर प्लान का काम अंतिम चरण में चल रहा है। सभी वर्गों के साथ बैठक हो रही है। जल्द ही इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
डीएस भदौरिया, अधिशासी अभियंता, एडीए