अलीगढ़ : मथुरा में हुए छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति घोटाले के पर्दाफाश के बाद अलीगढ़ में जांच के आदेश हुए थे। इसमें समाज कल्याण विभाग के निदेशक की ओर से डीएम को पत्र भेजा गया था। इसमें चार सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए गए थे। वित्तीय वर्ष 2010-11 से लेकर 2014-15 के बीच में वितरित छात्रवृत्ति में पड़ताल होनी थी, लेकिन अब तक आख्या नहीं भेजी गई है। ऐसे में अब 15 दिन के भीतर पूरी जांच पड़ताल कर आख्या मांगी गई है।
कई बार भेजे गए पत्र
समाज कल्याण विभाग के निदेशक बाल कृष्ण त्रिपाठी की ओर से भेजे गए इस पत्र में कहा गया है कि पिछले दिनों शासन स्तर से कई बार पत्र भेजे गए हैं। इसमें चार सदस्यीय जांच टीम से 2010 से लेकर 2014 के बीच में आवंटित छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति की जांच की जानी थी। जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी और जिला परीक्षा लेखा विभाग की ओर से नामित एक सदस्य को जांच करनी थी। इसमें देखना था कि फर्जी प्रमाण पत्र का प्रयोग कर शुल्क प्रतिपूर्ति तो नहीं ली गई या अपात्र छात्रों को भी शुल्क प्रतिपूर्ति तो नहीं कर दी गई। पात्र छात्राओं को वंचित तो नहीं रखा गया है, लेकिन अब तक यह जांच आख्या नहीं दी गई है।डीएम ने अब इस पत्र सीडीओ को भेज दिया है।